आज इस लेख में हम आपको sarvnam kya hai, sarvnam kise kahte hai, sarvnam ki paribhasha kya hai आदि के बारें में जानकारी बताने वाले है।
अविभाग अ | विभाग ब |
नेहा ने कहाँ “नेहा खेलने जाएगी।” | नेहा ने कहाँ “मैं खेलने जाऊंगी।” |
राहुल ने रोहित से कहाँ, “रोहित स्कूल कब जाओगे।” | राहुल ने रोहित से कहाँ, “तुम स्कूल कब जाओगे।” |
विकास क्रिकेट खेलने कब जाओगे। विकास क्रिकेट खेलने के बाद घर जल्दी आना। | विकास क्रिकेट खेलने कब जाओगे। तुम क्रिकेट खेल ने के बाद घर जल्दी आना। |
सूरज गांव कब जाना है। राहुल अपने गांव से मिठाइयां लेकर आना। | सूरज गांव कब जाना है। तुम अपने गांव से मिठाइयां लेकर आना। |
सोनू ने शुभम से कहाँ, “शुभम घर चलो तूम्हे फल खिलाऊंगा।” | सोनू ने शुभम से कहाँ, “तुम घर चलो तूम्हे फल खिलाऊंगा।” |
ऊपर दिए गए वाक्यों के (विभाग अ) में रेखांकित शब्द नेहा, रोहित, विकास, सूरज और सोनू संज्ञाएँ है। इसमें से प्रत्येक संज्ञा वाक्य में दो बार दी गयी है। (विभाग अ) वाक्य में दो बार संज्ञा का उपयोग करने पर वाक्य पढने में अच्छा नही लगता, इसलिए (विभाग ब) में दूसरी बार आई हुई संज्ञाओं के बदले वाक्यों में मैं, तुम, हम, वह, आप, यह, ये, तू आदि शब्द का उपयोग करते है। इसके कारण एक ही शब्द को दो बार प्रयोग नही करना पड़ता और इस शब्द को पढ़ने में अच्छा लगता है।
वाक्य में जो पद संज्ञा के बदले आता है, उसे सर्वनाम कहते है। मैं, तुम, हम, वह, यह, ये, वे आदि शब्द सर्वनाम है। जिस शब्द में संज्ञा को दुबारा प्रयोग न करना हो, उस संज्ञा के बदले उचित सर्वनाम का प्रयोग किया जाता है।
हिंदी में मूल सर्वनाम 11 होते है – मैं, आप, तुम, वह, यह, जो, सो, कौन, क्या, कोई, कुछ। यह सभी शब्द संज्ञाएँ के बदले उचित सर्वनाम में प्रयोग किया जाता है।
सर्वनाम में 6 भेद होते है, पुरुषवाचक सर्वनाम, निजवाचक सर्वनाम, निजवाचक सर्वनाम, अनिश्चयवाच सर्वनाम, संबंधवाचक सर्वनाम, प्रश्नवाचक सर्वनाम।
प्रयुक्त वाक्य में दोहराये गए संज्ञा के बदले सर्वनाम का प्रयोग किया गया है।
सर्वनाम में 6 भेद होते है, नीचे देख सकते है।
जिस वक़्ता, श्रोता या अन्य पुरूष के विषय में बोला या लिखा जाता है, उसके नाम के बदले आने वाले सर्वनाम को पुरूषवाचक सर्वनाम कहा जाता है। मैं, हम, तू, आप, तुम, यह, ये, वह, वे (मुझे, हमें, तुझे, उसे, तुम्हे, उन्हें, तुम्हारा, उसका, उनका) आदि पुरूषवाचक सर्वनाम है।
पहले वाक्य में संज्ञा के बदले ‘मैं’ सर्वनाम का प्रयोग किया गया है। बात करने वाला व्यक्ति अपने नाम के स्थान पर ‘मैं’ सर्वनाम का प्रयोग करता है।
दूसरे वाक्य में जिसके बारें में बात की जा रही है, उसके नाम के बदले ‘वह’ सर्वनाम का प्रयोग हुआ है।
तीसरे वाक्य में सुनने वाले व्यक्ति के नाम के बदले ‘आप’ सर्वनाम का प्रयोग हुआ है।
चौथे वाक्य में सुनने वाले व्यक्ति के नाम के बदले ‘तुम’ सर्वनाम का प्रयोग किया गया है।
पांचवे वाक्य में बोलने वाले कई व्यक्ति है, इसलिए उन्होंने अपने लिए ‘हम’ सर्वनाम का प्रयोग किया गया है।
छटे वाक्य में लड़कों के नामों के बदले ‘वे’ सर्वनाम का प्रयोग किया गया है।
ये सभी रेखांकित सर्वनाम किसी एक या अधिक व्यक्तियों के नामों के बदले में आये है, इसलिए यह पुरूषवाचक सर्वनाम है।
सर्वनाम में पुल्लिंग और स्त्रीलिंग दोनों ही पुरूषवाचक सर्वनाम है। पुरूषवाचक सर्वनाम का प्रयोग पुरुष और स्त्री दोनों के नामों के बदले किया जा सकता है।
पुरूषवाचक सर्वनाम के तीन उपभेद होते है, नीचे देख सकते है।
वक़्ता (बात करने वाला व्यक्ति) अपने अपने नाम के बदले मैं, मुझे, मेरा, हम, हमें सर्वनाम का प्रयोग करता है, उसे प्रथम पुरुषवाचक सर्वनाम कहते है।
इन वाक्यों में रेखांकित पद प्रथम पुरुषवाचक सर्वनाम है।
श्रोता (सुनने वाला व्यक्ति) के नाम के बदले वक़्ता (बात करने वाला व्यक्ति) तू, तुम, आप सर्वनाम का प्रयोग करता है, उसे मध्यम पुरुषवाचक सर्वनाम कहते है।
इन वाक्यों में रेखांकित पद माध्यम पुरुषवाचक सर्वनाम है।
जिस व्यक्ति या वस्तु के बारें में बात की जा रही हो, उसके नाम के बदले ‘वह’ सर्वनाम का प्रयोग किया जाता है। यदि एक से अधिक व्यक्ति हो, तो उस समय ‘वह’ के बदले ‘वे’ सर्वनाम का प्रयोग होता है। इसी प्रकार व्यक्ति के नाम के बदले आप, तुम आदि का प्रयोग भी हो सकता है।
यह, वह, ये, वे, आप आदि अन्य पुरुषवाचक सर्वनाम है। इन सर्वनाम में भिन्न भिन्न कारक रूप होते है, जैसे कि – मैं – मुझे, हम – हमें, तुम – तुम्हें, वह – उसे, वे – उन्हें आदि।
इन वाक्यों में रेखांकित पद अन्य पुरुषवाचक सर्वनाम है।
जिस सर्वनाम से वक्ता (बोलने वाला व्यक्ति) के पास या दूर के किसी निश्चित व्यक्ति या वस्तु का बोध होता हो, उसे निश्चयवाचक सर्वनाम कहाँ जाता हैं।
जिस सर्वनाम से किसी निश्चित व्यक्ति या वस्तु का बोध न हो, उसे अनिश्चयवाचक सर्वनाम कहाँ जाता हैं।
जिस सर्वनाम कर्ता के साथ अपनापन बताने के लिए आता है, उसे निजवाचक सर्वनाम कहते हैं।
जिस वाक्य में आए हुए दो सर्वनामों में से जब एक सर्वनाम की विशेषता बताने के लिए दूसरे सर्वनाम की सहायता जाए, तब विशेषता बताने में सहायता करने वाले सर्वनाम को संबंधवाचक सर्वनाम कहते हैं।
जिस सर्वनाम से किसी के बारे में या किसी से प्रश्न पूछा जाए, उसे प्रश्नवाचक सर्वनाम कहते हैं।
सर्वनाम में 6 भेद होते हैI
पुरूषवाचक सर्वनाम, निश्चयवाचक सर्वनाम, निजवाचक सर्वनाम, अनिश्चयवाच सर्वनाम, संबंधवाचक सर्वनाम, प्रश्नवाचक सर्वनाम, पुरुषवाचक सर्वनामI
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